मधु का प्याला
ये समस्त दोहे आज से ठीक एक वर्ष पूर्व लिखे गए थे | दोहे ------- खड़े पंक्ति में हो गए , हाला की थी बात। राश…
ये समस्त दोहे आज से ठीक एक वर्ष पूर्व लिखे गए थे | दोहे ------- खड़े पंक्ति में हो गए , हाला की थी बात। राश…
#दोहे ------- जिस दिन युवा देश के , समझेगे निज पाथ**। संस्कृत अरु साहित्य को , लेंगे हाथों-हाथ।।०१।। ----- आ…
#दोहे जोगिरा सारारारारा जोगिरा सारारारारा ------------------------------------------- नयन सरोवर सम प्रिये …
दोहे ----- व्याकुल मन की वेदना , बन जाती है काव्य। निज पीड़ा जब-जब कहूँ, होती सदा सु-श्राव्य।।०१।। ----- दृग…
कुछ साहित्य शब्द को लेकर दोहे लाख मना कर दो उन्हें ,माने ना आदेश। सुबह शाम क्यों भेजते ,शुभ मुहूर्त संदेश।।०१…
दोहा ****** मुश्किल बढ़ी सामाज की , बढ़ता गया दहेज। लड़का-लड़की प्रेम से , करें नहीं परहेज।।०१ ।। -…
============= सोच रहा था आज मैं, लिखकर दूँगा छंद। बैठे - बैठे ही हुआ, फूलों का मकरंद।। लिए तुलसी की मा…
शीत लहर लहरा रही ,शीतलता चहुँ ओर। जीवन के तट पर सखे! , प्रिये कहीं पर-छोर।। ---- आगमन ऋतु शीत का है ,शीलत बहे…
दोहा मानव के परिपक्व की , तीन सही पहचान। मृदुवाणी अरु नम्रता , पर पौरुष सम्मान।। आचार्य प्रताप
नयी तकनीक का, नया-नया है खेल। भूले अपनों को यहाँ, देख रहे राफेल।।०२।। ------ मुखपोथी में हो रही , च…
दोहे ****** शुभम लंबोदर गणपति, मंगलमूर्ति गणेश। मोदक दाता गजवदन,कहते सब विघ्नेश।।०१।। --- बाल बच…
एक शिक्षक की भूमिका समाज के निर्माण में , देश के निर्माण में और भावी भविष्य की नवयुवा पीढ़ी के निर्माण म…
वर्णों का हूँ मैं कृषक , शब्दों से व्यापार । मुझे लाभ में चाहिए , आप सभी का प्यार।। आचार्य प्रताप…
वसंत-ऋतु- वसंतोत्सव काक-कोकिला एक सम , वर्ण रूप सब एक। ऋतु बसंत है खोलती , भेद वर्ण के नेक।।०१।। ------ …