साहित्य

साहित्य शब्द

कुछ साहित्य शब्द को लेकर दोहे लाख मना कर दो उन्हें ,माने ना आदेश। सुबह शाम क्यों भेजते ,शुभ मुहूर्त संदेश।।०१…

दोहे - आचार्य प्रताप

दोहा ****** मुश्किल बढ़ी सामाज की , बढ़ता गया दहेज। लड़का-लड़की प्रेम से , करें नहीं परहेज।।०१ ।। -…

गीतिका

प्रश्न - गीतिका क्या है? गीतिका -विधा को निम्न प्रकार परिभाषित किया जा सकता है-   ‘ गीतिका ’ हिन्दी भाषा-व्या…

स्वच्छता का संदेश

दो वर्ष पूर्व लिखा गया  रोला  छंद चाहें  तन  मन  स्वस्थ , स्वच्छता  सबका सपना। झाड़ू   घर   की  श…

कुंडलियाँ छंद

कुंडलियाँ_छंद ------------------------ मित्र परिधि में जुड रहे , भाँति-भाँति  के  लोग। जुड़कर   भटके   ये  नह…

शीर्षक- विदाई (संस्मारण)

शीर्षक- विदाई  (संस्मारण) ----------------------------------- विदाई चाहे तो विवाह के उपरांत हो या कक्षा की सम…

कुछ महान पंडितों ने कबीर दास जी को गलत ठहराते हुए कहा कि :- दोहा **** काल करै सो आज कर, आज करै सो अब। पल में परलै होयगी, बहुरि करेगा कब।। कबीर

कुछ महान पंडितों ने कबीर दास जी को गलत ठहराते हुए कहा कि :- दोहा **** काल करै सो आज कर , आज करै …

विदाई समारोह पर संस्मरण

विदाई सदैव ही आँखें नम कर जाती है। बहुत दुःखी हूँ एक साथ दो विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को विदाई समारोह मे…

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