कोंगरि पद्मा गोपालराज- 22 OCT

 जीवेम शरदः शतम् , दीर्घायुः भवः।

जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाइयां ईश्वर आपको सदैव सुख शांति समृद्धि और खुशहाल दांपत्य जीवन प्रदान करें यही कामना करता हूँ।
जन्म दिवस की मधुरिम बेला ,
एक बार फिर से आई।
#अक्टूबर_बाइस को फिर से,
एक बार खुशियाँ छाई।
#कोंगारि परिवार के हित में ,
था तुमने जब पग डाला।
#गोपालराज* की भार्या बनकर,
जीवन में भर उजियाला।
सन् अस्सी के दशक में तुमने ,
शाला को आरंभ कराया।
#धरणी , #राजू सम दो फल का,
पुत्र रत्न तुमने पाया।
क्षाम्य क्षारिका क्षीर क्षिरौदन,
रहो सदा बनकर नारी।
बेला चंपा के फूलों सम,
महको दुनिया में सारी।
मन की शुभ इच्छाएँ जो हैं,
करिए प्रभु जी सब पूरी।
स्वस्थ सबल अरु दीर्घायु हो,
रहे न अपनों से दूरी।
शाला को देवालय समझें ,
शिक्षक हैं पूजनकर्ता।
#प्रताप छात्र को भक्त बताएँ,
तुम ही सब कर्ता-धर्ता।
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Achary Pratap

समालोचक , संपादक तथा पत्रकार प्रबंध निदेशक अक्षरवाणी साप्ताहिक संस्कृत समाचार पत्र

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