मुख्यपृष्ठदोहा दोहा Achary Pratap -11:22 am 0 शुभम लंबोदर गणपति, मंगलमूर्ति गणेश। मोदक दाता गजवदन,कहते सब विघ्नेश।।०१।।आचार्य प्रताप Tags: दोहा हिंदी साहित्य Facebook Twitter