अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएँ
दोहे
नारी ऊर्जा की कहो, क्या-क्या कह दूँ बात?
नारी नर नारायणी, नारी नर की जात।।०१।।
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नारी के अधिकार में , जन गण दिखते साथ।
फिर उनके अधिकार से, नर क्यों करें अनाथ।।०२।।
दुमदार दोहे
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पाना हो यदि प्यार तो, करो प्रशंसा आज।
महिलाओं का साथ हो, सदा करोगे राज।।
यही है अबला नारी।
हुई ये सब पर भारी।०१।।
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नारी शक्ति की तुम्हें, आज सुनाऊँ बात।
कंधों से कंधा मिला ,पुरुषों को दें मात।।
प्रशंसा कर दूँ सारी ।
यही है अबला नारी।।०२।।
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एक मुक्तक
निर्मल स्वच्छ रहे घर-आँगन , निर्मल स्वच्छ विचार।
शिक्षित होगी जब नारी तब , करे प्रगति संसार।
उदय तुम्हीं से संध्या तुमसे , सेवा जिसका ध्येय-
तू ही दुर्गा,काली भी तू, तू ही अबला नार।
आचार्य प्रताप
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