शक्ति छंद

 शक्ति छंद
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विधा आज तुम ही चुनोगे अगर।
रचोगे नया कुछ लिखोगे अगर।
विषय आज का तुम प्रतिष्ठा चुनो।
लिखो फिर अभी जो हकीकत सुनो।
न लिप्सा अगर हो तुम्हें जीत की।
परीक्षा लिखो तुम अभी प्रीत की।

आचार्य प्रताप

Achary Pratap

समालोचक , संपादक तथा पत्रकार प्रबंध निदेशक अक्षरवाणी साप्ताहिक संस्कृत समाचार पत्र

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