मुख्यपृष्ठछंद घायल- प्रेम से ओत-प्रोत Achary Pratap -1:06 am 0 दोहामुझको घायल कर दिया, तेरे नैनन तीर।तेवर ऐसा आपका, जैसे नीरज नीर।।०१।।आचार्य प्रताप Tags: छंद दोहा हिंदी साहित्य Facebook Twitter