दोहा त्रयी
दोहे ---- दर्शन विमल विचार है , सुचिता जीवन सार । व्याख्यायित इससे सदा , शाब्दिक यह संसार । । 01 । । ----- जग…
दोहे ---- दर्शन विमल विचार है , सुचिता जीवन सार । व्याख्यायित इससे सदा , शाब्दिक यह संसार । । 01 । । ----- जग…
आचार्य वामन सम्मान से सम्मानित विशिष्ट प्रशस्ति पत्र
२०१७ में लिखे गए थे - मुक्तक - १. -------------- मालविकाग्निमित्रम् विक्रमोर्वशीयम् अभिज्ञानशाकुन्तलम्। कृते …
#कह - #मुकरियाँ -------------------- जिसे देखकर हर्षाऊँ मैं। सम्मुख उसके बलखाऊँ मैं। सब कुछ मेरा …
ये समस्त दोहे आज से ठीक एक वर्ष पूर्व लिखे गए थे | दोहे ------- खड़े पंक्ति में हो गए , हाला की थी बात। राश…