शुभकामनाओं सहित
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जन्म दिवस शुभकामना , मिलें सभी से आज।
ईश्वर से है कामना , बने आप सरताज।।
अभी-अभी शुभ समाचार यह,प्राप्त हुआ मुखपोथी से ।
नुक्कड़ नाटक नित नूतन जो , बड़ागांव की माटी से।
जनम दिवस है आज उसी का , मालिक का जो बेटा है।
सिंहों के तुम वंशज हो , प्रताप तुम्हारा भ्राता है।
जय हो दादा जगान्नाथ की , प्रिय जिनके तुम पोते हो।
शूर बनो तुम वीर बनो तुम , ज्ञानी - ध्यानी होते हो।
ईश्वर से है यही प्रार्थना , पास सदा हों हर खुशियाँ।
जीवन है सुख-दुख का सागर ,नम ना हों तेरी अँखियाँ।
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आचार्य प्रताप
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