सोमवार, 5 अक्टूबर 2020

अनुज सिंह जयशूर

शुभकामनाओं सहित
-----------------------------
जन्म दिवस शुभकामना , मिलें सभी से आज।
ईश्वर  से  है  कामना  ,   बने   आप   सरताज।।


भी-अभी शुभ समाचार यह,प्राप्त  हुआ  मुखपोथी से ।
नुक्कड़ नाटक नित नूतन जो , बड़ागांव की  माटी से।
नम दिवस है आज उसी का , मालिक  का जो बेटा है।
सिंहों  के  तुम   वंशज  हो , प्रताप   तुम्हारा   भ्राता   है।
जय हो दादा जगान्नाथ की , प्रिय जिनके तुम  पोते  हो।
शूर बनो तुम वीर बनो  तुम ,   ज्ञानी -  ध्यानी   होते   हो।
ईश्वर  से  है  यही प्रार्थना ,  पास   सदा  हों  हर  खुशियाँ।
जीवन है  सुख-दुख का सागर ,नम ना  हों तेरी  अँखियाँ।

----------------

आचार्य प्रताप

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

आपकी टिप्पणी से आपकी पसंद के अनुसार सामग्री प्रस्तुत करने में हमें सहयता मिलेगी। टिप्पणी में रचना के कथ्य, भाषा ,टंकण पर भी विचार व्यक्त कर सकते हैं