मुख्यपृष्ठ दोहा प्रयास Achary Pratap -1:03 am 0 दोहा हम रटत रहन तुम नटत, पढ़त लिखत अब नाहिं। पढ़ अगर नहिं सकत अहो,नटत नटत ही जाहिं।।"प्रताप" Facebook Twitter