सोमवार, 19 अक्तूबर 2020

पाठशाला

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला से 
प्रश्न एक-- 'जयन्ती' का अर्थ क्या होता है?
प्रश्न दो-- 'सुस्रूशा' शब्द की शुद्ध वर्तनी बतायें।
कृपया शुद्ध और उपयुक्त उत्तर ग्रहण करें :--

उत्तर एक--
जयन्ती-- किसी व्यक्ति की जन्मतिथि, किसी संस्था, प्रतिष्ठान आदिक की स्थापनातिथि तथा किसी व्यक्ति अथवा प्रतिष्ठान के पच्चीस,  पच्चास, पचहत्तर, सौ वर्ष पूर्ण हो जाने पर आयोजित किया जानेवाला उत्सव 'जयन्ती' है। 
उत्तर दो-- शुश्रूषा
शुश्रूष+अ-- टाप् प्रत्यय = शुश्रूषा।
अर्थ-- 
१- वह सेवा, जो किसी के कहने के अनुसार की जाये।
२- सुनने की इच्छा।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

आपकी टिप्पणी से आपकी पसंद के अनुसार सामग्री प्रस्तुत करने में हमें सहयता मिलेगी। टिप्पणी में रचना के कथ्य, भाषा ,टंकण पर भी विचार व्यक्त कर सकते हैं