सोमवार, 19 अक्तूबर 2020

साँवली सूरत

गीताँश  

केश तेरे देख श्यामल , मैं उन्हीं पर खो गया।

साँवली सूरत पे कविते, मैं दीवाना हो गया।

-आचार्य प्रताप 

2 टिप्‍पणियां:

आपकी टिप्पणी से आपकी पसंद के अनुसार सामग्री प्रस्तुत करने में हमें सहयता मिलेगी। टिप्पणी में रचना के कथ्य, भाषा ,टंकण पर भी विचार व्यक्त कर सकते हैं