शनिवार, 12 दिसंबर 2020

Live- 23 डॉ.वीरेद्र प्रताप सिंह 'भ्रमर' चित्रकूट , उत्तरप्रदेश

डाॅ वीरेन्द्र प्रताप सिंह 'भ्रमर' 



संक्षिप्त परिचय

डाॅ वीरेन्द्र प्रताप सिंह 'भ्रमर'
एम.ए.(राजनीति,हिंदी),पी.एच.डी,आयुर्वेद रत्न,               
सम्प्रति--सेवा.नि. प्राध्यापक/प्रभारी प्राचार्य, डायट चित्रकूट
जन्म-     २५ दिसम्बर १९५६
जन्म स्थान- सुभाषनगर,अमलीकौर- बाँदा,(उ. प्र.)
            पिन: २१०१२८
पिता श्री- स्व.लाल राम सिंह 'विशारद' 
माताश्री- स्व. श्रीमती सरयू देवी
सहधर्मणी - श्रीमती ममता सिंह  
पुत्र/पुत्रियाँ -अर्चना सिंह (विवाहित), कौशलेन्द्र प्रताप सिंह ( विवाहित), मानवेन्द्र प्रताप सिंह (विवाहित )        
वर्तमान निज निवास- पैलेस सूर्यवंशम्,
 श्री रामपुरम्,सीतापुर रोड़, चित्रकूट (उ.प्र.) 
                     (२१०२०५) 
आवास/पत्राचार हेतु पता
         श्रीराम कुटीर
पुरानी कोतवाली परिसर कर्वी
         कर्वी-चित्रकूट (उ.प्र.)
           पिन: २१०२०५      
स्वर-दूत/चलभाष/दूरवाणी/दूरभाष -४०७१०८६६,८७५६४४६६४५
अणुडाक-:virendra7710@gmail.com
रचना विधा- गीत,छन्द, मुक्तक, गज़ल। 

प्रकाशित कृतियाँ - १- प्रश्नचिह्न(गीत). (१९९३), २- कल्याणी काली(छन्द). १९९७, ३- राखी (खण्ड काब्य). २००२ ४-द्रोपदी विलाप (कवित्त) २००४ , ५- सत्य की ओर (गीत)  २०१२ ,६- आराधिता ( गीत) - २०१९, ७- शब्दाक्रुथी ( गीत)- २०१९,
प्रकाशन हेतु तैयार- १- शशिकला स्वयंवर ( दोहा-चौपाई),२- महावीर तरणीसेन (कवित्त), ३-सूक्ति सतसई ( चतुष्पदी), ४- प्रतिध्वनि  ( छन्द), ५- छंदाक्रुथी भाग-१ ( छंद मंजूषा) ..अतिशीध्र

साझा संग्रह :----
१-  लेखनी काव्य धारा- गीत ( २०१६) आगरा
२- निर्झर ( गज़ल संग्रह) २०१७, राजस्थान
३- आदिता (गीत)- २०१७
४- काव्य- पुंज (गीत) २०१८, गोवर्धन 
४- विविध प्रसंग (गीत) २०१८, अंजुमन प्रकाशन इला. 
५- काव्य-केतु (गीत)- २०१८
६- काव्य-शिखा (गीत)-२०१८
७- आदीप्ता ( गीत) - २०१९, सतना(म.प्र) 
८- शब्द-सुगंध, २०१९, शाहजहांपुर (उ.प्र) 
९- काव्य निर्झरणी (गीत)-२०१९

सम्मान :-( राष्ट्रीय/राज्य स्तरीय) 
१- पं. शिवदत्त चतुर्वेदी सम्मान-२०१६ - उ.प्र. 
२-ब्रजभाषा विभूषण उपाधि २०१७ -राजस्थान
३- गुरु द्रोण सम्मान-२०१७- दिल्ली
४- काव्य वाचस्पति सम्मान- २०१८ - मथुरा उ.प्र. 
५- काब्य मनीषी सम्मान  - २०१८-नाथद्वारा- राजस्थान
६- श्री कृष्ण सरल सम्मान - २०१८ - भोपाल म. प्र. 
७- "महाकवि तुलसीदास कलम की सुगंध सम्मान"-- हरियाणा
८- "कालिञ्जर सृजन सम्मान"..बाँदा
९- "राष्ट्रीय कलमवीर सम्मान" . लखनऊ
१०-"प्रजातंत्र का स्तम्भ गौरव सम्मान"..
११- "शब्द-सुमन" सम्मान...भोपाल 
१२-  "पाणिनि-सम्मान.. मथुरा
१३- विभिन्न पटलों और समूहों से प्राप्त तीन सैकड़ा सम्मान ।

विशेष - अखिल भारतीय स्तरीय काव्य- मंचों पर प्रतिभाग, पत्र पत्रिकाओं में नियमित लेखन एवं प्रकाशन, सैकड़ों समूहों में नियमित सृजन और प्रकाशन। 



हिंदी भाषा समृद्धि हेतु सनातनी छन्दों,गीतों को पुन: प्रतिस्थापित करने हेतु कृत संकल्पित, तत्क्रम में ह्वाट्सएप और फेसबुक पर छन्द कार्यशालाओं का संचालन।


#aksharvanikavyamanjari #drvpsinghBhramar | डॉ.वीरेद्र प्रताप सिंह 'भ्रमर'| Live- 23

https://youtu.be/7mSe3Q5uToQ


2 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत ही अच्छा लगा पढ़कर,
    इस प्रयास के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

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    उत्तर
    1. प्रेरक और उत्साहवर्धक प्रतिकिया हेतु बहुत बहुत आभार आपका शिक्षा जी

      हटाएं

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